
इमरान खान की रिपोर्ट
बिलासपुर — बेलगहना तहसील क्षेत्र में खनन माफिया का जाल फैला हुआ है. ये लोग अफसरशाहों के साथ सांठगांठ कर शासन को करोड़ों रूपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं रेत हो या मुरुम हर जगह खनन माफियाओं का कब्जा है. खनिज संपदा का दोहन करने में अवैध खनन माफियाओं का राज चल रहा है. वही विभाग को अवगत कराने के बावजूद भी कोई कार्यवाही न होना विभागीय अधिकारियों के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रही है. बेलगहना तहसील अंतर्गत ग्राम आमागोहन व टाटीधार में अवैध रेत उत्खनन व भंडारण का कार्य जोरो पर चल रहा है. रेत माफियाओ के द्वारा दिन के समय ट्रैक्टर से अरपा नदी से रेत निकालकर डंप किया जाता हैं फिर रात के समय हाइवा, टिपर से मध्यप्रदेश भेजा जाता हैं l नदी के अंदर खुदाई इस कदर की जा रही है मानो उस रेत घाट को एक खदान का रूप देने का ठेका खनिज विभाग ने उन्हें दे रखा हो ऐसा भी नहीं की विभाग को इसकी जानकारी न हो परन्तु विभाग की अनदेखी और निष्क्रियता के चलते कोई कार्यवाही न होने से खनन माफियाओं के हौंसले बुलंद होते जा रहे है और बिना किसी डर भय के ऐसे कार्य को अंजाम दे रहे है.
दिन में उत्खनन व भंडारण, रात में परिवहन
—–****—— ग्राम आमागोहन व टाटीधार में लंबे समय से माफियाओं द्वारा बिना अनुमति के अवैध रेत खनन व परिवहन करने का खेल जारी है ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार रेत माफियाओं के द्वारा सुबह 6 बजे से शाम के 5 बजे तक रेत निकाल कर बरनरवा जाने वाले रोड, भस्को में भंडारण करते हैं उसके बाद रात 8 बजे से माफियाओं के द्वारा हाइवा और टिपर से दूसरे राज्य भेजा जाता हैं ग्रामीणों ने बताया कि इस कार्य में एक पंच व 2 अन्य लोग लिप्त है जिसकी जानकारी खनन विभाग के सम्बन्धितों को भी है बावजूद कोई कार्यवाही न होना इनके कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रही है.
इस खबर के दूसरे पार्ट में रेत उत्खनन करने वालों के नाम सहित खबर प्रकाशित किया जायेगा l
